पुरा पाषाण काल से विकसित रहा है प्रयागराज
बता दें कि प्रयागराज की मेजा तहसील में बेलन व टोंस नदी के जमाव में पुरा पाषाण काल,मध्य पाषाण काल और नव पाषाण काल का सांस्कृतिक विकास क्रम भी देखने को मिलता है।इसके अलावा इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास विभाग ने 1962-63 में बेलन,सेवती क्षेत्र में सर्वेक्षण का काम किया था,जिसमें हनुमानगंज,लोन घाटी,मझगवां जैसे पुरा स्थान प्रकाश में आए।बेलन घाटी के सर्वेक्षण से प्रारंभिक मानव के साक्ष्य भी प्राप्त हुए हैं।यहां प्राप्त सांस्कृतिक अवशेषों और मृदभांडों के टुकड़ों से यहां निवास करने वालों की जानकारी मिलती है।यहां मिली वस्तुओं से नव पाषाण संस्कृति के विकसित होने का पुख्ता प्रमाण मिलता है।
सम्राट हर्षवर्धन की तरह ही प्रयागराज के विकास के नायक हैं सीएम योगी